समुद्री डाकुओं की आंख पर पट्टी पहनने की कहानी हमेशा से रहस्यमय रही है। क्या आप जानते हैं इसके पीछे का कारण?
कई लोग मानते हैं कि यह सिर्फ एक स्टाइल है, लेकिन असल में इसके पीछे एक गहरी वजह छिपी हुई है। चलिए जानते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि समुद्री डाकू एक आंख को पट्टी से ढकते थे ताकि अंधेरे में भी आसानी से देख सकें।
डाकू अक्सर जहाज के ऊपरी हिस्से (जहां रोशनी होती है) और निचले हिस्से (जहां अंधेरा होता है) में आते-जाते रहते थे। पट्टी की वजह से वे तुरंत अंधेरे में देखने के लिए तैयार रहते थे।
एक आंख को पट्टी से ढकने से वह आंख अंधेरे के लिए तैयार रहती थी। जैसे ही वे अंधेरे जगह में जाते, पट्टी हटाते, और उनकी आंखें तुरंत अंधेरे में देख पाती थीं।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब आपकी एक आंख रोशनी से दूर होती है, तो वह कम रोशनी में ज्यादा बेहतर तरीके से देख सकती है। इसलिए समुद्री डाकू यह चालाकी अपनाते थे।
अंधेरे में बेहतर दृष्टि होने से समुद्री डाकुओं को दुश्मनों के जहाज पर हमला करते समय ज्यादा फायदा मिलता था।
हालांकि यह पूरी तरह से साबित नहीं हुआ है कि सभी समुद्री डाकू ऐसा करते थे, लेकिन यह एक प्रचलित धारणा है।
इस तरह, समुद्री डाकू केवल खतरनाक नहीं थे, बल्कि चालाक और सूझ-बूझ वाले भी थे। उनकी आंखों की पट्टी का रहस्य अब आपके सामने है!