पहाड़ों की ऊंची चोटियों से, शीतल हवाओं के झोंके, और मनमोहक दृश्यों के बीच, दुकानें जल्दी ही बंद हो जाती हैं।इस रहस्य को जानने के लिए, आइए हम आगे बढ़ें।
प्राकृतिक आपदाओं का खतरा:पहाड़ों में भूस्खलन, बाढ़, और चट्टान गिरने का खतरा अधिक होता है। इन आपदाओं से बचाव के लिए, दुकानों को जल्दी बंद करना पड़ता है।
स्थानीय लोग खरीदारी करने बहुत दूर से आते है , जिस कारण उन्हें अँधेरा होने से पहले घर पहुचना होता है
दुकानदार भी दूर से आते है जिस कारण उन्हें भी समय पर अपने घर जाना होता है
पहाड़ों में आबादी कम होती है, जिस कारण ग्राहकों की संख्या कम होती है, इसलिए दुकानों को जल्दी बंद करना पड़ता है।
पहाड़ों में परिवहन की सुविधाएं भी कम होती हैं
पहाड़ों में अँधेरा जल्दी हो जाना भी दुकानों के बंद होने का एक कारण है
पहाड़ों में ऊर्जा की कमी होती है। इससे दुकानों को बिजली और अन्य ऊर्जा संसाधनों के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जिसके कारण वे कम समय तक खुले रहना पसंद करते हैं
पहाड़ों में जंगली जानवरों का खतरा भी दुकानों के जल्दी बंद होने का एक कारण है
पहाड़ों में अक्सर मौसम का अचानक बदल जाना , जिस कारण दुकानों को जल्दी बंद करना पड़ता है
कुछ दुकानदार व्यक्तिगत कारणों से अपनी दुकानें जल्दी बंद करना पसंद करते हैं, जैसे कि परिवार के साथ समय बिताना या अन्य गतिविधियों में भाग लेना।
कुछ पहाड़ों के क्षेत्रों में, दुकानें जल्दी बंद करना एक स्थानीय परंपरा होती है।
पहाड़ों की सुंदरता,दिल को छू लेती है।यहाँ आकर,जीवन की थकान मिट जाती है।आओ,पहाड़ों में घूमने चलें।यहाँ की खूबसूरती,आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।