एबट माउंट चर्च

1942 में, ब्रिटिश व्यापारी जॉन हेरॉल्ड एबट ने अपनी पत्नी की याद में उत्तराखंड के लोहाघाट में एबट माउंट चर्च बनवाया था। आज, चर्च की बिल्डिंग जर्जर होते हुए भी पर्यटको के आकर्षण का केंद बनी है, क्योंकि कुछ लोगों का मानना है कि यह जगह भूतिया है।

अनासक्ति आश्रम

यह आश्रम कौसानी में है, 1929 में महात्मा गाँधी इस आश्रम में दो सप्ताह के लिए रुके थे। इसलिए इसे गांधी आश्रम के रूप में भी जाना जाता है।

बाघनाथ मंदिर

बाघनाथ मंदिर बागेश्वर शहर में एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह प्राचीन मंदिर कुमाऊं में स्थित है और शिवरात्रि के दौरान भक्तों से भर जाता है।

बैजनाथ मंदिर

बैजनाथ अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जो गोमती नदी के किनारे स्थित हैं। यह बागेश्वर (कुमाऊं क्षेत्र) में एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।

बालेश्वर मंदिर

चंपावत शहर के बीच में यह मंदिर स्थित है| पत्थरों पर अदबुध कारीगरी कर इस मंदिर को बनाया गया है|  यह मंदिर 10-12वीं शताब्दी ईस्वी का पत्थर का मंदिर है।

बाणासुर का किला

वाणासुर का किला, जो चंपावत जिले के लोहाघाट से 7 किमी दूर स्थित है, पौराणिक राजा बाली के पुत्र बाणासुर की याद में बनाया गया था। इस किले से सुन्दर हिमालय की चोटियों की श्रृंखला दिखती है।

भीमेश्वर महादेव मंदिर

यह मंदिर भीमताल में स्थित है, यह मंदिर महाभारत के शक्तिशाली पात्र भीम के नाम पर रखा गया है| यह मंदिर चारो और से पानी से घिरा है| इस मंदिर की बहुत मान्यता है|

जागेश्वर

यह मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह प्राचीन मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है| पुराणों के अनुसार शिवजी तथा सप्तऋषियों ने यहां तपस्या की थी|

कटारमल सूर्य मंदिर

अल्मोड़ा में स्थित यह मंदिर 8 वी सदी से भी पुराना है| यह मंदिर देवदार के पेड़ों के बीच स्थित है|

मायावती आश्रम

लोहाघाट में मायावती आश्रम एक खूबसूरत और शांत जगह है, जहाँ आप प्रकृति की गोद में कुछ समय बिता सकते हैं। आश्रम में एक मंदिर, एक ध्यान कक्ष और एक पुस्तकालय है। आप आश्रम के परिसर में टहल सकते हैं या पास के जंगल में जा सकते हैं।

पिथौरागढ़ किला

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है।18वीं शताब्दी में गोरखा शासकों द्वारा बनाया गया था। पहले किले का नाम बाउलिकीगढ़ था, जिसे बाद में अंग्रेजों ने बदलकर लन्दन फोर्ट रख दिया।