टोयोटा 2024 में अपनी कारों में स्टीयर-बाय-वायर तकनीक का उपयोग शुरू कर देगी। इसका मतलब है कि स्टीयरिंग व्हील यांत्रिक रूप से पहियों से जुड़ा नहीं होगा। इसके बजाय, यह पहियों को सिग्नल भेजने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली का उपयोग करेगा।
स्टीयर-बाय-वायर तकनीक पाने वाली पहली टोयोटा कारें bZ4X और Lexus RZ इलेक्ट्रिक एसयूवी होंगी। टोयोटा का कहना है कि स्टीयर-बाय-वायर स्टीयरिंग को एक स्मूथ और अधिक प्राकृतिक एहसास देगा।
स्टीयर-बाय-वायर जापान और अमेरिका में पहले से ही वैध है, लेकिन इसे उन बाजारों में इस्तेमाल करने से पहले यूरोप और चीन में प्रमाणित करने की आवश्यकता होगी।
टोयोटा नियो स्टीयर नामक एक अधिक उन्नत स्टीयर-बाय-वायर सिस्टम पर भी काम कर रही है। नियो स्टीयर एक्सेलेरेटर और ब्रेक नियंत्रण को स्टीयरिंग व्हील पर ले जाएगा। इससे उन लोगों के लिए गाड़ी चलाना आसान हो जाएगा जिन्हें अपने पैरों का उपयोग करके गाड़ी चलाने में कठिनाई होती है।
टोयोटा ने अभी तक यह नहीं बताया है कि नियो स्टीयर उत्पादन के लिए कब तैयार होगा।
स्टीयर-बाय-वायर तकनीक क्या है?
स्टीयर-बाय-वायर तकनीक एक ऐसी प्रणाली है जो कार के स्टीयरिंग को नियंत्रित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल का उपयोग करती है। स्टीयरिंग व्हील और पहियों के बीच कोई यांत्रिक लिंक नहीं है।
टोयोटा स्टीयर-बाय-वायर तकनीक का उपयोग क्यों कर रही है?
टोयोटा का कहना है कि पारंपरिक स्टीयरिंग सिस्टम की तुलना में स्टीयर-बाय-वायर तकनीक के कई फायदे हैं। यह हल्का और सरल है, जो ईंधन दक्षता में सुधार कर सकता है। यह अधिक सटीक भी है, जिससे हैंडलिंग में सुधार हो सकता है।
टोयोटा कारों को स्टीयर-बाय-वायर तकनीक कब मिलेगी?
2024 में स्टीयर-बाय-वायर तकनीक पाने वाली पहली टोयोटा कारें bZ4X और Lexus RZ इलेक्ट्रिक एसयूवी होंगी।
क्या भारत में स्टीयर-बाय-वायर तकनीक की पेशकश की जाएगी?
टोयोटा ने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि वह भारत में स्टीयर-बाय-वायर तकनीक पेश करेगी या नहीं। हालाँकि, कंपनी ने कहा है कि वह 2025 तक भारत में अपनी पहली ईवी पेश करेगी।
टोयोटा की स्टीयर-बाय-वायर तकनीक ऑटोमोटिव उद्योग में एक महत्वपूर्ण विकास है। संभावना है कि आने वाले वर्षों में अन्य कार निर्माता भी इसका अनुसरण करेंगे।