क्या कोरोना के बाद, अब “निपाह वायरस” महामारी का कारण बनेगा?(Nipah Virus))

निपाह वायरस एक घातक वायरस है जो मस्तिष्क में सूजन और मृत्यु का कारण बन सकता है। यह चमगादड़ों से फैलता है और इंसानों और जानवरों दोनों को संक्रमित कर सकता है।

सितंबर 2023 में भारत के केरल में निपाह वायरस का प्रकोप हुआ था। पांच लोग इस वायरस की चपेट में आए और उनमें से दो की मौत हो गई।

 

निपाह वायरस क्या है?

निपाह वायरस पैरामाइक्सोविरिडे(Paramyxoviridae) परिवार का एक आरएनए (RNA) वायरस है। यह खसरा और कण्ठमाला(mumps) जैसे अन्य खतरनाक वायरस से संबंधित है।

निपाह वायरस पहली बार 1998 में मलेशिया में खोजा गया था। तब से, बांग्लादेश, भारत और अन्य देशों में इसका प्रकोप हुआ है।

 

निपाह वायरस कैसे फैलता है?

निपाह वायरस चमगादड़ से फैलता है. चमगादड़ बिना बीमार हुए भी वायरस फैला सकते हैं। जब चमगादड़ भोजन या पानी के संपर्क में आते हैं, तो वे अपने पीछे वायरस छोड़ सकते हैं।

यदि कोई व्यक्ति या जानवर चमगादड़ की लार या मूत्र के संपर्क में आता है, तो वह निपाह वायरस से संक्रमित हो सकता है।

निपाह वायरस किसी बीमार व्यक्ति के निकट संपर्क से भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। यह खांसने, छींकने या शारीरिक तरल पदार्थ को छूने से हो सकता है।

 

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निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं?

निपाह वायरस के लक्षण आमतौर पर संपर्क में आने के 4 से 14 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं। सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • उल्टी करना
  • दस्त
  • गला खराब होना
  • खाँसी
  • तंद्रा
  • भ्रम

गंभीर मामलों में, निपाह वायरस मस्तिष्क में सूजन और मृत्यु का कारण बन सकता है।

 

क्या निपाह वायरस का कोई इलाज है?

निपाह वायरस का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। उपचार सहायक है और इसमें रोगी के लक्षणों को प्रबंधित करना  और उन्हें आरामदायक रखना शामिल है।

कुछ उपचार, जैसे दवा रिबाविरिन और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी, ने जानवरों के अध्ययन में आशाजनक प्रदर्शन किया है, लेकिन मनुष्यों में उनकी प्रभावशीलता की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।

 

 

हमे इस वायरस से खुदको बचाने के लिये क्या करना चाहिए?

निपाह वायरस से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका चमगादड़ और अन्य जानवरों के संपर्क में आने से बचना है जिनमें वायरस हो सकता है।

 

निपाह वायरस से सुरक्षित रहने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • चमगादड़ और अन्य जानवरों के संपर्क से बचें जिनमें वायरस हो सकता है।
  • यदि आपको चमगादड़ या अन्य जानवरों को संभालना है, तो दस्ताने और मास्क पहनें।
  • मांस खाने से पहले उसे अच्छी तरह पका लें।
  • फलों और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह धो लें।
  • कच्चा या किण्वित (fermented) खजूर का रस पीने से बचें।
  • यदि आपको लगता है कि आप निपाह वायरस के संपर्क में आ गए हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

 

निपाह वायरस एक खतरनाक वायरस है जो गंभीर बीमारी और मौत का कारण बन सकता है। निपाह वायरस का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, इसलिए खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका चमगादड़ और अन्य जानवरों के संपर्क से बचना है जो वायरस ले जा सकते हैं।

 

अतिरिक्त जानकारी

निपाह वायरस एक ज़ूनोटिक वायरस है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है।

निपाह वायरस का प्राथमिक मेजबान(Primary host) Fruit Bats है, विशेष रूप से Indian Flying Fox.

निपाह वायरस मध्यवर्ती जानवरों, जैसे सूअर, से मनुष्यों में भी फैल सकता है।

इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि निपाह वायरस हवा के माध्यम से फैलता है।

 

 

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