भाई दूज: भाई-बहन के प्यार का त्योहार

2023 में भाई दूज कब है?

2023 में भाई दूज का त्योहार 15 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा।

भाई दूज हिंदू धर्म में भाई-बहन के प्यार का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। अर्थात यह दिवाली के पांच दिनों के उत्सव के पांचवें या अंतिम दिन मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देकर उनका सम्मान करते हैं।

इस त्योहार का नाम अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों में अलग-अलग है। नेपाल में इसे भाई टीका के नाम से मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे भाई दूज के नाम से जाना जाता है, जबकि  बंगाल में इसे भाई फोंटा कहते हैं, जो काली पूजा के एक दिन बाद आता है। महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में इसे भाऊ बीज के नाम से मनाया जाता है। 

भाई दूज का त्योहार मनाने के पीछे कई धार्मिक कथाएँ हैं। एक कथा के अनुसार, यमराज और उनकी बहन यमुना के बीच बहुत स्नेह था। एक दिन यमराज को अपने पिता के पास जाना पड़ा। यमुना ने यमराज से वादा लिया कि वह हर साल दीवाली के बाद अपने भाई से मिलने आएगी। इस वादे को निभाने के लिए यमुना हर साल दीवाली के बाद भाई दूज के दिन यमराज से मिलने जाती है।

भाई दूज का त्योहार भारत के अलावा नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार होती हैं। वे साड़ी, लहंगा या साधारण सलवार कमीज पहनती हैं। उनके बालों में फूलों का गजरा या माला होती है। भाई भी अपने बहनों के लिए उपहार लेकर आते हैं।

इस तरह, भाई दूज एक ऐसा त्योहार है, जो भाई और बहन के बीच के अटूट रिश्ते को दर्शाता है। यह एक ऐसा दिन है, जब भाई और बहन एक-दूसरे के लिए अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करते हैं। यह एक ऐसा दिन है, जब भाई और बहन एक-दूसरे की खुशी और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।

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