राम लल्ला
की मूर्ति के 10 रोचक तथ्य
राम लल्ला
की मूर्ति नेपाल के
शालीग्राम पत्थर
से बनी है। शालीग्राम पत्थर भगवान
विष्णु
का प्रतीक है।
राम लल्ला
की मूर्ति में भगवान
विष्णु के 10 अवतारों
की नक्काशी है।
राम लल्ला
की मूर्ति की ऊंचाई
51 इंच
है। यह अचल है, अर्थात इसे नहीं हिलाया जा सकता है।
राम मंदिर
के शिखर पर एक उपकरण लगाया गया है, जिससे हर साल
रामनवमी
के दिन सूर्य की किरणें राम लल्ला के
माथे
पर पड़ेंगी।
मैसूर के शिल्पकार
अरुण योगीराज
द्वारा निर्मित
राम लल्ला
की प्रतिमा,
तीन अरब
साल पुराने
शालिग्राम शिला
से बनी है।
22 जनवरी 2024
को राम लल्ला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई
।
राम मंदिर
परिसर में राम मंदिर के अलावा
छह
और मंदिर बनाए जा रहे हैं।
इनमें सीता, लक्ष्मण, हनुमान, भरत, शत्रुघ्न और गणेश
के मंदिर शामिल हैं।
राम मंदिर
का निर्माण
2.7 एकड़
में हो रहा है।
माता-पिता का सम्मान करने वाले बच्चों की 10 विशेषताएं
Learn more